सौंदर्य के प्रति अधिक जागरूक
वॉल
स्ट्रीट जर्नल को दिए इंटरव्यू में मोदी ने कहा, मध्यमवर्ग सेहत के बजाय
सौंदर्य के प्रति अधिक जागरूक है.गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने
मध्य वर्ग को लेकर विवादास्पद बयान दिया है.
अमेरिका के मशहूर अखबार वॉल स्ट्रीट जनरल
को दिए गए इंटरव्यू में मोदी से जब पूछा गया कि उनके राज्य में कुपोषण की
दर इतनी ज्यादा क्यों है, तो इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा, गुजरात
मोटे तौर पर शाकाहारी राज्य है.
और तो और गुजरात एक मध्य वर्गीय (मिडल क्लास) राज्य है. मध्य वर्ग को सेहत से ज्यादा सुंदरता की फिक्र होती है-यही चुनौती है.
और तो और गुजरात एक मध्य वर्गीय (मिडल क्लास) राज्य है. मध्य वर्ग को सेहत से ज्यादा सुंदरता की फिक्र होती है-यही चुनौती है.
सेहत से ज्यादा सुंदरता की फिक्र
मोदी यहीं नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा, अगर मां अपनी बेटी से कहती है कि दूध पियो, तो इसे लेकर दोनों में झगड़ा होता है. बेटी अपनी मां से कहती है, मैं दूध नहीं पिऊंगी क्योंकि मैं मोटी हो जाऊंगी. हमें इसमें बड़ा बदलाव लाना होगा.
मोदी यहीं नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा, अगर मां अपनी बेटी से कहती है कि दूध पियो, तो इसे लेकर दोनों में झगड़ा होता है. बेटी अपनी मां से कहती है, मैं दूध नहीं पिऊंगी क्योंकि मैं मोटी हो जाऊंगी. हमें इसमें बड़ा बदलाव लाना होगा.
इस मामले में भी गुजरात एक आदर्श राज्य बनेगा. मैं कोई बड़ा दावा नहीं करूंगा क्योंकि मेरे पास कोई सर्वे रिपोर्ट नहीं है.
Source : http://www.samaylive.com/regional-news-in-hindi/gujarat/165563/ahmedabad-malnutrition-gujarat-narendra-modi-wall-street-journal.html
चूंकि अभी तक कोई खंडन नहीं आया है कि अख़बार ने मेरी बात को तोड़-मरोड़कर पेश किया है,इसलिए यह मान लेते हैं कि जो मोदी ने कहा,वही अख़बार में छपा। खानपान रूचि और हाजमे का विषय है। गुजराती थाली में जितने आइटम होते हैं,उससे कम खाकर भी कुपोषण से बचा जा सकता है।
ReplyDelete