लंदन। मांसाहार पसंद करने वालों के लिए यह एक अच्छी ख़बर हो सकती है। आहार विशेषज्ञों का कहना है कि रेड मीट में मिलने वाला पोषक तत्व प्रजनन क्षमता को बढ़ाता है। उनके मुताबिक़ संतान की चाह रखने वाले दंपतियों के स्वास्थ्य के लिए रेड मीट लाभदायक साबित हो सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि आहार में कुछ चीज़ों की कमी से गर्भधारण करने में समस्या आ सकती है। विटामिन बी 6 ऐसी ही एक चीज़ है। इस विटामिन को प्रजनन और गर्भधारण की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है और रेड मीट में यह पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। इस आधार पर वैज्ञानिकों का मानना है कि रेड मीट का सेवन परिवार बढ़ाने के लिए अहम साबित हो सकता है।
रेड मीट मांस का वह प्रकार है जो कच्चे में लाल रंग का दिखाई पड़ता है और पकने पर सफ़ेद नहीं रह जाता। वयस्क स्तनपायियों के मांस को रेड मीट की श्रेणी में रखा जाता है। आहार विशेषज्ञ कैरी रक्सटन ने कहा कि उम्रदराज़ महिलाएं प्रजनन क्षमता को रेड मीट से जोड़कर बताती रही हैं।
दैनिक हिन्दुस्तान दिनांक 13 जनवरी 2014 अंतिम पृष्ठ
रेड मीट मांस का वह प्रकार है जो कच्चे में लाल रंग का दिखाई पड़ता है और पकने पर सफ़ेद नहीं रह जाता। वयस्क स्तनपायियों के मांस को रेड मीट की श्रेणी में रखा जाता है। आहार विशेषज्ञ कैरी रक्सटन ने कहा कि उम्रदराज़ महिलाएं प्रजनन क्षमता को रेड मीट से जोड़कर बताती रही हैं।
दैनिक हिन्दुस्तान दिनांक 13 जनवरी 2014 अंतिम पृष्ठ
आयुर्वेद में रेड मीट के उपयोग का वर्णन देखकर प्राचीन काल के बड़े आर्य परिवारों का रहस्य आसानी से जाना जा सकता है। आर्य परिवार ही क्या ग़ैर आर्य परिवार भी रेड मीट का उपयोग करते थे और बड़ी उम्र तक संतान उत्पन्न करने में सक्षम रहते थे।
उन सभी आर्य और ग़ैर आर्य पूर्वजों का धन्यवाद कि हम उन्हीं के पौरूष के कारण आज इस धरती पर मौजूद हैं।
सुंदर जानकारी ! खाते तो नहीं हैं पर खाने की राय दी जा सकती है इसे पढ़कर मीट खाने वालों को !
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